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Subject Problem Issue for Students


बीकॉम छात्रो के लिए विषय चयन एक समस्या -Subject Problem Issue





कक्षा १२ वी के छात्रो का यह विद्यालय में आखरी वर्ष है इसके बाद उन्हें कोलेज में प्रथम वर्ष में प्रवेश लेना है. कक्षा १२ वी वाणिज्य के छात्रो को उत्तीर्ण होते ही जब वे कोलेज में बी.कॉम प्रथम वर्ष में प्रवेश लेते है, तो उनके सामने एक बहुत बड़ी समस्या होती है. विषय चयन की Subject Problem Issue की होती है.





Subject Problem Issue





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प्रथम वर्ष में लिए गए विषय ही आपके भविष्य को निर्धारित कर देते है. वर्तमान में बी.कॉम प्रथम वर्ष में निम्न विषय उपलब्ध है.





बीकॉम – कंप्यूटर एप्लीकेशन (Computer Application)





बीकॉम – कराधान (Taxation)





बीकॉम – कार्यालय प्रबंधन (Office Management)





बीकॉम – विज्ञापन प्रबंधन (Advertisement Management)





बीकॉम – विदेशी व्यापार (Foreign Trade)





बीकॉम – सामान्य (Plain)





बीकॉम प्लेन के आलावा उपयुक्त कोई भी विषय लेने पर थ्योरी के दो विषय कम हो जाते है तथा प्रेक्टिकल के दो विषय जुड़ जाते है, जो की अच्छे प्रतिशत से पास होने में बहुत ही सहायक होते है.





विद्यार्थी को अपनी रूचि अनुसार ही विषय का चयन करना चाहिए. यदि आप भविष्य में कंप्यूटर एकाउंटिंग या कंप्यूटर के क्षेत्र में अपन भविष्य बनाना चाहते है, तो आपको कंप्यूटर ही विषय लेना चाहिए और यदि आपकी रूचि C.A – C.S करने में हो, तो कराधान (Taxation) विषय लेना चाहिए.





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कार्यालय प्रबंधन में स्टेनो टाइपिंग एवं शॉर्टहैंड की जानकारी दी जाती है, जो की वर्तमान में बहुत ही कम लोगो को है. एक अच्छी नौकरी के लिए ये दोनों हो कलाए बहुत जरुरी है. विज्ञापन और फोरेन ट्रेड भी एकदम नए और बहुत ही अच्छे विषय है, जो की भविष्य में अच्छी नौकरी की आवश्यकता को देखते हुए अनिवार्य हो जाएगी.





यदि विदेशी व्यापार में डिप्लोमा तथा बीकॉम विदेशी व्यापार के साथ कर लिया जाए तो कई अच्छी देशी विदेशी कंपनिया आपका इन्तजार कर रही होंगी. उपयुक्त विषय निर्भर करते है आपकी रूचि तथा समय के आधार पर, यदि आपके १२ वी  (वाणिज्य) में ५०% से कम अंक आते है. तो बीकॉम प्लेन तथा यदि इससे ऊपर हो तो ही अन्य विषय का चयन लाभकारी होगा.





यदि आप पर्याप्त समय दे पाए तो ५०% से कम अंक वाले विद्यार्थी भी अन्य विषय ले सकते है, परन्तु आपको पढाई के प्रति अत्यंत गंभीर होना होगा. क्योकि “first year is the rest year” कई अच्छे छात्र भी प्रथम वर्ष में कम अंक लाते है या फ़ैल हो जाते है. इससे वे निराश हो जाते है और या तो पढाई छोड़ देते है या फिर कोई गलत विषय चुन लेते है.





अत: आप कोई भी विषय एकदम जल्दी में न चूने. कोलेज से जानकारी प्राप्त करें, उन विषय की पुस्तके देंखे और अपने सीनियर छात्रों से इसकी जानकारी एकत्र करें. सभी विषय आपके लिए लाभकारी है, परन्तु शर्त यह है कि आप इसमें पूरी तरह से डूब कर तैयारी करें.


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